Ticker

6/recent/ticker-posts

पुलिस को बनवारी की काफी दिनों से थी तलाश/9मुकदमे सभी मे एससी एक्ट

        फाइल फोटो बनवारी सिंह




बदायूँ
एससी एक्ट की धारा के लिए कुछ लोगो ने बना लिया है धंधा।एक ब्यक्ति जो हमेशा झूठ के बल पर क्षेत्र के तमाम लोगो पर फर्जी मुक़दमा लगबा कर अपनी रोजी रोटी चला रहा है।थाना क्षेत्र की जनता में एक तरह से दहशत का माहौल है की अगर किसी ने इससे कुछ भी कह दिया तो यह तत्काल एससी एक्ट लगबा देता था।अधिकारी भी इस धारा के बीच कुछ ज्यादा बर्तालाप करने को तैयार नही होते,पर इन जैसे झूठे लोगो की बजह से ईमानदार लोगो के मुकदमे कभी नही लिखे जाते बो लोग अपनी चप्पल घिस देते है फिर भी कोई कार्यवाही नजर नही आती है।आपको बता दे फर्जी मुकदमे लगाकर धन ऐंठने का बडा कारोबार चल रहा है जिससे सीधे साधे व भले लोग प्रभावित होते हैं। ऐसा ही एक व्यक्ति थाना उघैती पुलिस ने गिरफ्तार किया है जो एससी एसटी व बलात्कार के झूंठे मुकदमे दर्ज कराकर लोगों से धन ऐंठता है।मामला जनपद बदायूं के थाना उघैती के ग्राम रतनपुर का है। यहीं का एक शातिर व्यक्ति बनवारी है जो पहले तो गांव के सीधे साधे लोगों पर एससी एसटी एक्ट का झूंठा मुकदमा दर्ज कराता है इसके बाद उनसे समझौते के आधार पर धन ऐंठता है। जब कोई व्यक्ति इसके जाल में नहीं फंसता है तब जाकर अदालतों में झूंठे गवाह पेश कर मुकदमा लिखवा देता है। इस कारण से गांव में दर्जन भर से अधिक लोग इसके जाल में फंसे हुए हैं।अभी ऐसा ही एक वाक्या फिर हुआ जिसमें बनवारी स्वयं ही फंस गया। हुआ यूं कि बनवारी ने गांव के ही विवेक सक्सेना, अवधेश सक्सेना, सतेंद्र, इंद्रेश सक्सेना, चंद्रसेन, मुकेश व भागीरथ के खिलाफ बलात्कार व एससी एसटी एक्ट की फर्जी घटना बनाकर मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की थी। इसकी जांच जब आई तब यह सभी लोग घबरा गए। जब यह लोग बनवारी के पास पहुंचे तब बनवारी ने 70000 रू. लेकर समझौता कर लिया व लिख दिया कि मेरे द्वारा कोई शिकायत नहीं की गई है। किसी ने मेरे नाम से फर्जी शिकायत कर दी होगी। इसके बाद गांव रतनपुर के रहने वाले अखिलेश सक्सेना पुत्र जगदीश सक्सेना ने बनवारी पुत्र मुन्नालाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। थाना उघैती पुलिस ने धारा 386 आईपीसी के अंतर्गत यह एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने आरोपी बनवारी को गिरफ्तार कर लिया है।इसके साथ ही दर्ज एफआईआर में अखिलेश सक्सेना ने आरोप लगाया है कि बनवारी से गांव के बहुत से लोग परेशान हैं व कई लोग तो परेंशान होकर गांव से पलायन तक कर गए हैं।आखिर करते तो क्या करते ये तो हमेशा एससी एक्ट लगवा देता था।हालांकि इस बात को बदायूँ प्रसाशन भी मान चुका था की यही सभी मुकदमे फर्जी है।एसपी देहात द्वारा की गोपनीयता से जांच करवा रहे थे,और एससी एक्ट लगवाने बाले ब्यक्ति की तलाश कर रहे थे।ऊपर बाले की लाठी और पुलिस की कार्यवाही से कोई बच नही पाया न जाने कब क्या हो जाये।आज दूसरों पर एससी एक्ट का मुकदमा लिखबाने बाला वनवारी सिंह जेल की चहारदीवारी में कैद हो चुका है।अब प्रश्न यह है की जो फर्जी मुकदमो में ब्यक्ति फंसे है क्या उन्हें उन झूठे मुकदमे से बरी किया जाएगा।

Post a Comment

0 Comments