**************************************************
राजनीति में लाल रंग बोले तो खतरे का निशान
राजनीति में हरा रंग बोले तो कटरपन की पहचान
राजनीति में लाल रंग जब हरा रंग से मिल जाये
तो फिर बनता काला रंग अर्थात सर्वसोख महान
राजनीति में सर्वसोख का मतलब क्या है भैया ?
सुनो , सर्वसोख का मतलब है मैं तुमको बतलाता हूँ
चारा खत्म हो जाए बिन खाये गैया
सांड चढ़े स्कूटर , ऊँट नाचे ता - ता थैया
हर तरह का घपला - घोटाला होता है सत्ता का निवाला
गुंडागर्दी , अपहरण - हत्या का होता है बोलबाला
उद्दोग - धंधे और व्यापार का निकलता है दिवाला
चरवाहा विद्यालय बन जाता है सबसे बड़ा पाठशाला
जातिवाद की लौ से उज्जल होता है समाजनीति
तुष्टिकरण की मिसाल बन जाती है राजनीति
साम्यवाद का खोल उघड़ता सामने आता नव-जातिवादी
वर्ग संघर्ष वर्ण संघर्ष में बदलता , देख फटती लेलिन की छाती
©®
डॉ अभिषेक कुमार
1 Comments
हरा और लाल रंग का मिलना तो बहुत हानिकारक है।
ReplyDeleteबहुत सुंदर 👌👌👌