Ticker

6/recent/ticker-posts

राष्ट्रीय प्रजापति महासभा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ राकेश प्रजापति के हस्तक्षेप के बाद गंगा एक्सप्रेसवे के खदान पर लगी रोक





(बदायूं) गंगा एक्सप्रेस बे के तहत हो रही खुदाई के दौरान बिल्सी तहसील के कोट गांव में एक टीले की खुदाई चल रही थी जिसमें बहुत पुरानी मूर्तियां तथा अन्य मिट्टी के बर्तन प्राप्त हुए प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार यह किला राजा शालिवाहन कुम्हार का बताया जाता है इसके बाद जिला प्रशासन को इसकी सूचना मिली तथा प्रजापति समाज के राष्ट्रीय प्रजापति महासभा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ राकेश प्रजापति को जब इस बात की सूचना मिली तो उन्होंने डीआरओ महीपाल सिंह और बदायूं के जिलाधिकारी मनोज कुमार से दूरभाष पर वार्तालाप की तथा खुदाई को रुकवाने का आग्रह किया गया जिस पर जिलाधिकारी ने कार्रवाई करते हुए खुदाई को रुकवा दिया तथा आश्वासन दिया कि जब तक पुरातन विभाग की टीम नहीं आएगी तब तक आगे खुदाई नहीं होगी। राष्ट्रीय प्रजापति महासभा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ राकेश प्रजापति ने बताया प्राचीन इतिहास के अनुसार दक्षिण भारत में सातवाहन वंश का शासन हुआ करता था जिसकी स्थापना राजा शिभुक ने की थी आगे चलकर शालीवाहन कुम्हार भारत के राजा बने थे जो सातवाहन वंश के सबसे प्रतापी राजा थे उनकी मां गौतमी प्रजापति थी शालीवाहन को विक्रमादित्य के पोते के रूप में भी जाना जाता है शालिवाहन ने कई मुगल शासकों को और कई देश के राजाओं को हराया था और उनका प्रताप दक्षिण से लेकर उत्तर तक था उन्होंने बताया की आज भी प्रजापति समाज के तेलंगाना राज्य के निवासी अपने नाम के आगे शालीवाहन शब्द का प्रयोग करते हैं।

Post a Comment

0 Comments