रुदायन ईखखेड़ा बदायूँ।
भीषण ठंडी एवं प्रचंड शीतलहर का प्रकोप चल रहा है,ठंड बहुत बडी है ऐसे में लोग ठंड से बचने के लिए सड़को पर चोराहे तिराह देव स्थानों पर अलाव लगा कर ताप रहे है।फिर भी अभी तक प्रशासन की तरफ से एक भी बार लकड़ी का इंतजाम नहीं किया गया है बहुत ही दुःख की बात है,जबकि सबको पता है कि जितनी भी म्रत्यु होती है वो ठंड के चलते होती हैं, अब सब समाजसेवी बिल में प्रवेश कर गए है जब चुनाब का समय आता है तो तरह तरह लुबाहने के तरीके आजमाते है/
जबकि सभी समाजसेवीयों को बढ़ चढ़ के ऐसी ठंड में भाग लेना चाहिए परन्तु जब चुनाब आते है तो ऐसा लगता है कि समाजसेवियों की बाढ़ आ गई हो
ऐसे में अधिकांश देवस्थानों पर लकड़ी कंडे उपले आदि उपलब्ध कराए ताकि भगवान के पास जाकर जबाब दे सकें।लोग गर्मियों में सरवत पिलाते है।फिर ठंड में लकड़ी उपले उपलब्ध क्यों नही कराते है जो भी व्यक्ति ऐसे पुण्य कार्य करते है उनसे परमात्मा अति प्रशन होते है,इसमें कोई संदेह नही है,और आपकी सफलता को कोई रोक नही सकता इसलिए ठंड से बचने के लिए देवस्थान आदि जगहों पर कम्बल कंडे लकड़ी आदि की व्यवस्था करानी चाहिए।
लेखक सह सम्पादक महन्त अर्जुन उपाध्याय
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