अम्बिकापुर,
पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू की मुख्य आतिथ्य एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत की अध्यक्षता में आज मैनपाट के रोपाखार में आयोजित तीन दिवसीय मैनपाट महोत्सव का समापन समारोह संपन्न हुआ। इस अवसर पर पर्यटन मंत्री श्री साहू ने संस्कृति मंत्री श्री भगत की मांग पर मैनपाट में चिन्हांकित 14 नए पर्यटन पॉइंट में पहुंच मार्ग के साथ ही अन्य विकास कार्यों के प्रस्ताव को तत्काल स्वीकृति देने की बात कही।
मंत्री श्री साहू ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि मैनपाट सरगुजिहा, भोजपुरी और तिब्बती संस्कृतियों का त्रिवेणी संगम है। यहां पहाड़, झरने, नदी, इमारती लकड़ी, वनौषधि पौधों की समृद्धि ही नही बल्कि लोक कला और संस्कृति का गौरवशाली इतिहास भी है। यही कारण है कि विश्व पर्यटन के नक्शे पर मैनपाट पर्यटकों का पहली पसंद है। उन्होंने कहा कि महोत्सव आयोजन का उद्देश्य विभिन्न संस्कृतियों एवं अपनी परम्पराओं को सहेजने के साथ युवाओं को अवगत कराना और समझाना भी है। मैनपाट की माटी में प्रभु श्री राम के चरण रज मिले हुए हैं। इन सब कारणों से छत्तसीगढ़ शासन ने यहां के निवासियों को रोजगार के साधन और अवसर उपलब्ध कराने के लिए कमलेश्वरपुर में 21 करोड़ रुपये की लागत से एथनिक रिजॉर्ट कार्य कराया जा रहा है। वन विभाग द्वारा भी यहां के पर्यटन पॉइंट में 3 करोड़ 50 लाख रुपये के विभिन्न विकास कार्य कराए जा रहे हैं। मंत्री श्री साहू ने कहा कि मुख्यमंत्र भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप छत्तीसगढ़ में पर्यटन स्थलों का विकास किया जा रहा है। इसके लिए पर्यटन नीति भी तैयार कर लिया गया हैं।
इस अवसर पर संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि मैनपाट महोत्सव का उद्देश्य यहां के सीधे साधे लोगो की जीवन बेहद ही अच्छा है
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