सम्पादक ~ अखिलेश कुमार मिश्रा की कलम
बदायूँ। एक पीड़ित परिवार दबंगों व थाना पुलिस की मनमानी के चलते गांव से पलायन करने को मजबूर हो गया है। पीड़ित द्वारा दबंगों के खिलाफ तहरीर देने के बाद भी थाना पुलिस ने दबंगों व स्थानीय नेताओं से सांठगांठ के चलते पीड़ित की एक ना सुनी है। पुलिस के तानाशाह रवैए से पीड़ित परिवार गांव छोड़ने की बात कह रहा है।
आपको पूरा मामला बताते हैं थाना उघैती के गांव मेवली निवासी अमरचंद का 8 वर्षीय बेटा अभय बीते 24 अगस्त को घर के बाहर खेल रहा था इसी दौरान गांव के अंकित पुत्र हेतराम ने उसके साथ मारपीट करना शुरू कर दी जिससे उसका बायां हाथ दो जगह से टूट गया। अमरचंद को जानकारी मिली तो अंकित के परिजनों से शिकायत करने पहुंचा जहां अंकित के परिजन अमरचंद को भद्दी भद्दी गालियां देने लगे। विवाद ना बड़े इसलिए पीड़ित घर चला आया जिसके बाद हेतराम पुत्र नत्थू, नत्थू पुत्र नारायण, दिनेश व बंटू पुत्रगण नत्थू ने पीड़ित के घर पर आकर लात घुंशों से मारपीट कर जान से मारने की धमकी देकर चले गए। पीड़ित ने थाना पुलिस को घटना की तहरीर दी पुलिस ने तहरीर तो लेली लेकिन नेताओं का दबाव पड़ा तो पीड़ित को टेहला दिया। पुलिस ने पीड़ित को मेडिकल परीक्षण के लिए मजरूमी चिठ्ठी नहीं दी जिससे मजबूर होकर पीड़ित को अपने बेटे को प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। दबंगों की पुलिस से सांठगांठ और नेताओं से पहुंच के चलते पीड़ित की रिपोर्ट पुलिस लिखने को तैयार नहीं है। उलटा पीड़ित पर थाना पुलिस फैसले का दबाव बना रही है जिससे वह पूरी तरह से दुखी है। कार्रवाई ना होने से दबंगों के हौंसले और ज्यादा बुलंद हो गए हैं दबंग लोग पीड़ित के घर पर वार वार गाली गलौज करने आ रहे हैं। दबंगों पर कार्रवाई ना होने से पीड़ित ने अपने परिवार के साथ बड़ी घटना होने की आशंका जताई है और पुलिस की मनमानी और दबंगों के खौफ से पीड़ित अमरचंद परिवार समेत गांव से पलायन करने की बात कह रहा है।
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