बिल्सी
मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है। भारत में मीडिया ने लोकतंत्र परंपराओं और जनतंत्र की रक्षा के लिए हमेशा महत्वपूर्ण योगदान किया है। लोकतंत्र के रक्षक और समाज के सजग प्रहरी के रूप में पत्रकार अपनी भूमिका का सफलतापूर्वक निर्वहन कर रहे है, किंतु गत कुछ वर्षों में पत्रकारों के साथ हुई दमनकारी घटनाओं अपहरण, हत्या, जानलेवा जैसी घटनाओं ने मीडिया की आजादी को खतरे में डाल दिया इसका प्रभाव लोकतंत्र की सुरक्षा और जनतांत्रिक परंपराओं पर भी पड़ रहा है।
देश में लोकतंत्र को सुरक्षित और संरक्षित रखने के लिए स्वतंत्र और सुरक्षित वातारण आवश्यक है। यह वातारण पत्रकारों को देश में समुचित सुरक्षा प्रदान किये बगैर संभव नही है।
उन्नाव, गाजियाबाद और बलिया जनपद में हुई पत्रकारों की हत्या के संबंध में ध्यान आग्रशित करते हुए हम मांग करते है कि मृतक पत्रकारों को शहीद का दर्जा दिया जाये एवं मृतक पत्रकारों के परिजनों को 01 करोड़ रूपये का मुआवजा दिया जाना चाहिए एवं दोषियों के खिलाफ शख्त से शख्त कार्यवाही होना चाहिए।
अतः हम ऑल इण्डिया रिपोर्ट्स एसोसिएशन (आईरा) उप्र. इकाई के जनपद बदायूं की बिल्सी तहसील के सदस्य आपसे मांग करते है कि देश में पत्रकारों के जीवन एवं मान सम्मान की सुरक्षा के लिए राष्ट्रीय स्तर पर अतिशीघ्र पत्रकार सुरक्षा हेतु और अधिक कठोर अधिनियम बनाये जाने की मांग करते है। आपसे निवेदन है कि कानून बनाये जाने हेतु भारत सरकार को निर्देशित करने की कृपा करें।
बलभद्र सिंह राजीव कुमार सक्सेना पुष्पेंद्र कुमार मिश्रा अखिलेश सोलंकी योगेश कठेरिया भानु प्रताप सिंह राम प्रजापति गौरव गुप्ता संजीव तिबारी रविंद्र सिंह देवल कुमार आदि पत्रकार मौजूद रहे
भवदीय
अकरम मलिक
तहसील अध्यक्ष
(बिल्सी )बदायूं
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